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12-12-2012 के दिन ग्रहों का प्रभाव :- कौशल पाण्डेय 09968550003
12-12-12- तारीख के मोह से बचें कही ये पसन्द आजीवन के लिए दुखदायी न हो जाये .
माया सभ्यता के कैलेंडर के अनुसार 12 -12- 2012 को दुनिया के खत्म हो जायेगी ,ऐसा कुछ नहीं होगा ये भविष्यवाणी सही नहीं है।
12-12-12 इस शताब्दी की अनूठी तारीख होगी इस दिन का भारत में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व के लोग बढे हर्ष के साथ इन्तजार कर रहे है क्योंकि आज के दिन किसी को डिलिविरी करवानी है तो किसी को शादी के बंधन में बंधना है , कोई इस दिन वहां लेना चाहता है तो माकन जो की शुभ नहीं होगा .
आइये देखते है ज्योतिष के माध्यम से 12.12.2012 को दिन बुधवार ,कृष्ण पक्ष की चतुदर्शी है जहां चन्द्रमा पूर्ण क्षीण एवं कमजोर माना जाता है। इसके अलावा वृश्चिक राशि में पहले से ही चार ग्रह सूर्य, राहु, बुध तथा शुक्र चल रहे होंगे। ऐसे में चन्द्रमा का उनके साथ प्रवेश होने पर पांच ग्रहों की युक्ति बनेगी। राहु स्वयं नीच के हैं तथा बुध, शुक्र एवं राहु तीनों चन्द्रमा के शत्रु है तथा सूर्य की परिधि में आने से चन्द्रमा स्वयं अस्त समान हो जाएगा।
कई ज्योतिषी इस दिन को 12-12-12 =9 का योग मान रहे है जो की गलत है,
12-12-2012 का योग 11 =2 होगा .
12-12-2012 का मूलांक 3 और भाग्यक 2 होगा ,3 अंक का स्वामी:- बृहस्पति है . इस दिन बृहस्पति वृष राशी में केतु के साथ रहेगा , भाग्यक 2 अंक है , दो अंक का स्वामी ग्रह चंद्रमा है जो आज के दिन वृश्चिक राशी में सूर्य , बुध, शुक्र एवं राहु के साथ रहेगा, वृश्चिक राशी का चन्द्र अशुभ होता है साथ ही चन्द्र के शत्रु ग्रह बुध, शुक्र एवं राहु की युति होने और भी अशुभ हो गया है ,बारह लग्नों की बारह कुंडलियां बनेगी उनमें वृश्चिक राशि एवं चन्द्र सहित इन पांचों ग्रहों की युक्ति कुंडली के जिस भी भाव में आएगा जातक को उन भावों के फल से विमुख कर देगी।
इस दिन पैदा हुए बच्चे संघर्षशील और डरपोक हो सकते हैं,क्योंकि चन्द्रमा मन एवं मस्तिष्क का कारक होता है और चन्द्र का मानव जीवन पर सर्वाधिक प्रभाव माना गया है। चन्द्रमा पूर्ण अस्त, क्षीण एवं पाप प्रभाव ग्रस्त आजीवन कुण्डली में रहेगा जिसके परिणाम स्वरूप इस तारीख को पैदा होने वाले शिशुओं के कमजोर मन मस्तिष्क, डरपोक किस्म तथा बीमार रहने एवं जीवन में भारी संघर्ष की स्थिति रहेगी इसलिए आज के दिन जबरजस्ती डिलिविरी करने से बचे .क्योंकि वृश्चिक राशि में ही शुक्र, बुध, चंद्रमा, राहु और सूर्य का पंचग्रही योग बना रहे है .
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चंद्रमा दिनमान वृश्चिक राशि में है। उस दिन मार्गशीष कृष्ण की चर्तुदशी तिथि भी है। जिस कारण इस दिन अचानक मौसम में परिवर्तन होगा और ठंड बढ़ेगी साथ ही बूंदा बांदी व तेज हवाएं, समुद्र में तूफान आदि का भी योग इस दिन बन रहा है.
इसके अलावा तुला राशि में शनी स्वक्षेत्री है तथा सूर्योदय के समय शनि व्यय भाव में अवस्थित है इसलिए खाद्य पदार्थ, सोना, चांदी, वस्त्र आदि के भाव बढ़ेंगे.
भारत में राजनीतिक विवाद के साथ ही आम जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ेगा।
गुजरात में बड़ी उथल-पुथल हो सकती है।
पांच ग्रहों का योग एक साथ एक राशि में शुभ नहीं है। हालांकि इस पर गुरु की दृष्टि बनी रहेगी जिससे कोई बड़ी हानि होने की संभावनाएं नहीं है।
इस दिन अनुराधा नक्षत्र है जिसका स्वामी स्वय शनि देव है जो तुला राशी में चल रहे है ,कार्य-सिद्धि योग सूर्योदय से रात्रि 8.47 तक रहेगा
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